
सलाम करता हूँ मैं देश के इस जज्बे को ,
सर झुकता हूँ मैं इस गाँधी के चरणों मे |
मुझे दुःख नहीं कि मैं इस भीड़ में कही खो गया हूँ ,
पर खुश हूँ कि मैं भी इस भीड़ का एक हिस्सा हूँ |
नमन करता हूँ इस जन सैलाब को,
नमन करता हूँ मै अहिंसा के प्रतीक दोनों महात्माओ को |
अब वक्त ने करवट ली है बदलाव कि ओर,
अब हमारा भविष्य होगा सुरछित हाथो की ओर |
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जय हिंद
Hattssssss offff
ReplyDeleteजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंदजय हिंद