
साँसों को झकझोरती,प्राणों को सोखती,आइये इसे विदा करें,जीवन से हमतुम,जो कहना है हमको,
कंहे एक दूजे को,न रहो अब यूँ गुमशुम,खोये-खोये से,सोये-सोये से तुम कुछ अपनी कहो,मै कुछ अपनी कहूँ,
यूँ दूर बैठ कर पल न गवाएं,आज तो प्यार से इक बार मुस्कराएँ,इक बोल तू कहे,इक बोल मै कहूँ,
और आज नजदीक हम,नज़र न झुकाओ अब,कहकशां बुझी बुझी,रत है कुछ अनकही,ये धरा और ये गगन,
आज है मगन मगन इस धरा से प्यार से,कुछ तो बोलिए,खामोशी तो तोडिये,मौनवृत को छोडिये !
POST IS ALSO NCE N BHAI SHE IS BEAUTIFUL HINA ...!!!!
ReplyDelete@Amit: Hina ko toh dekh hi lo lekin post pe bhi dhyan de do :)
ReplyDeleteHar jagah tu bhi chalu ho jata hai :)